दीवानी दीवानी कहके सब मुझपे हंसते हैं
लड़की तू हो गयी पागल जग वाले एहते हैं
दीवानी दीवानी कहके सब मुझपे हंसते हैं
लड़की तू हो गयी पागल जग वाले एहते हैं
मेरा हाथ छोढ़कर तुमने है हाथ किसी का पकड़ा
क्यूँ गुज़रे मेरी गली से छुपा कर अपना मुखड़ा
क्यूँ गुज़रे मेरी गली से छुपा कर अपना मुखड़ा
नासमझी थी मेरी तेरी दीवानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
तुमसे दिल लगाने की नादानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
मेरा प्यार जो तुझको कम था
तुमने बेवफ़ाई की सब हद्द है पार कर ली
ये जान ले तू भी इतना चाहेगा ना कोई
नासमझी थी मेरी तेरी दीवानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी
तुमसे दिल लगाने की नादानी हो गयी
मैं चीज़ नही कोई जो पुरानी हो गयी