बोल बेटा बोल पैसा गोल क्यों है
तेरी नीली चड्डी में होल क्यों हैं
मिटटी हैं ये पैसा ओ लल्लू मगर
मिटटी सोने चांदी के मोले क्यों हैं
बोल बेटा बोल पैसा गोल क्यों है
तेरी नीली चड्डी में होल क्यों हैं
मिटटी हैं ये पैसा ओ लल्लू मगर
मिटटी सोने चांदी के मोले क्यों हैं
येतो बताओ अपने पास पैसा क्यों नहीं
सबके पास नोट बराबर ऐसा क्यों नहीं
लाइट में बलाबल तो कुछ भी नहीं
रात में जो दुधा हैं वह दिन में दही
लाइफ में बार बार तो कुछ भी नहीं
रात में जो दुधा हैं वह दिन में दही
ये लम्बू वो छोटा तू पतला वो मोटा
ये छोरा वा छोरी ये गोरा वो काला
लम्बा मोटा पतला छोटा चोर चोरी
सीधी सादी दुनिया में झोल क्यों हैं
बोल बेटा बोल पैसा गोल क्यों है
तेरी नीली चड्डी में होल क्यों हैं
मिटटी हैं ये पैसा ओ लल्लू मगर
मिटटी सोने चांदी के मोले क्यों हैं
बार बार जो दुनिया में खुश भी नहीं
जीतना जिसको चाहिए उतना ही सही
मेहनत का पैसा कभी कम नहीं
प्यार से सम्भालो तो काफ़ी वहीँ
मेहनत का पैसा कभी कम नहीं
प्यार से सम्भालो तो काफ़ी वहीँ
ये दारू ये पत्ता चोरी या सत्ता
रोना या घाना ये पीना तो खाना
दरू पत्ता चोरि सत्ता रोना गाना
खा खा कर पेट ढोल क्यों हैं
बोल बेटा बोल पैसा गोल क्यों है
तेरी नीली चड्डी में होल क्यों हैं
मिटटी हैं ये पैसा ओ लल्लू मगर
मिटटी सोने चांदी के मोले क्यों हैं
बोल बेटा बोल पैसा गोल क्यों है
तेरी नीली चड्डी में होल क्यों हैं
मिटटी हैं ये पैसा ओ लल्लू मगर
मिटटी सोने चांदी के मोले क्यों हैं(ला ला ला ला )