ये लो मैं हारी पिया, हुई तेरी जीत रे
काहे का झगड़ा, बालम नई नई प्रीत रे
जाओ जी माफ किया, तू ही मेरा मित रे
काहे का झगड़ा, बालम नई नई प्रीत रे
लड़ते ही लड़ते मौसम, जाए नहीं बित रे
काहे का झगड़ा, बालम नई नई प्रीत रे
जाओ जी माफ़ किया, तुही मेरा मीट रे
काहे का झगड़ा, बालम नई नई प्रीत रे
ये लो मैं हारी पिया हुई तेरी जीत रे
काहे का झगड़ा, बालम नई नई प्रीत रे