ना कजरे की धार ना मोतियों के हार
ना कोई किया सिंगार फिर भी
तुम्ही तो मेरे प्रियवर हो
सारी दुनियाँ हरजाई, तेरे प्यार में हैं सच्चाई
सारी दुनियाँ हरजाई, तेरे प्यार में हैं सच्चाई
इसलिए छोड़ के दुनिया, तेरी ओर खींची चली आई
थी पत्थर, तूने छूकर, थी पत्थर, तूने छूकर
तुम्ही तो मेरे प्रियवर हो
तुम्ही तो मेरे प्रियवर हो