मुन्नी की रिक्वेस्ट आई है
रफ्ता रफ्ता देखो आँख मेरी लड़ी है
लड़ी है लड़ी है लड़ी है लड़ी है
स्वागत नहीं करोगे आप हमारा
हम तुम में इतने छेद करेंगे की
अरे रफ्ता रफ्ता दखो आँख मेरी लड़ी
अरे रफ्ता रफ्ता दखो आँख मेरी लड़ी
अरे रफ्ता रफ्ता दखो आँख मेरी लड़ी
ओ मेरे सोना रे सोना रे सोना रे
दे दूंगी जान जुदा मत होना रे
मैंने तुझे कई देर में जाना
हुआ कुसूर खफ़ा मत होना रे
ओ मेरे सोना रे सोना रे सोना
अरे रफ्ता रफ्ता दखो आँख मेरी लड़ी
अरे रफ्ता रफ्ता दखो आँख मेरी लड़ी
हो हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
हो हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
WRITERS
ANAND BAKSHI, MAJROOH SULTANPURI, MEHRA PRAKASH, RAJENDAR KRISHAN, VISHAL MISHRA