ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
कहा दो दिलो ने के मिलकर कभी हम ना होंगे जुदा
ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
ये क्या बात है आज की चांदनी में
ये क्या बात है आज की चांदनी में
के हम खो गए प्यार की रागिनी में
ये बाहों में बाहें ये बहकी निगाहें
लो आने लगा ज़िन्दगी का मज़ा
]ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
सितारों की महफ़िल ने करके इशारा
सितारों की महफ़िल ने करके इशारा
कहा अब तो सारा जहाँ है तुम्हारा
मोहब्बत जवाँ हो खुला आसमाँ हो
करे कोई दिल आरज़ू और क्या
ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
कसम है तुम्हें तुम अगर मुझसे रूठे
कसम है तुम्हें तुम अगर मुझसे रूठे
रहे साँस जब तक ये बंधन ना टूटे
तुम्हें दिल दिया है ये वादा किया है
सनम मैं तुम्हारी रहूँगी सदा
ये रातें ये मौसम नदी का किनारा
कहा दो दिलो ने के मिलकर कभी हम ना होंगे जुदा